महरà¥à¤·à¤¿ पंतजलि शिकà¥à¤·à¤£ समिति दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संचालित à¤à¤¿à¤²à¤¾à¤ˆ काॅलेज ऑफ़ इनà¥à¤«à¤¾à¥…रà¥à¤®à¥‡à¤¶à¤¨ टेकà¥à¤¨à¤¾à¥…लाजी, जामà¥à¤², à¤à¤¿à¤²à¤¾à¤ˆ में à¤à¤• à¤à¤µà¥à¤¯ परिसर में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं । उचà¥à¤š कोटि की उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ शिकà¥à¤·à¤¾ के साथ-साथ सामाजिक à¤à¤µà¤‚ नैतिक गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करना हमारा उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ हैं । विगत कई वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से महाविघालय में बी.à¤à¤¡,बी.कॉम.,बी.à¤à¤¸.सी.(कंपà¥à¤¯à¥‚टर साइंस ) à¤à¤µà¤‚ बी.सी.ठसंकाय से उतà¥à¤¤à¥€à¤°à¥à¤£ होकर छातà¥à¤° - छातà¥à¤°à¤¾à¤ कई संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में कारà¥à¤¯à¤°à¤¤à¥ है । संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में उचà¥à¤š कोटि के शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शिकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया जाता है ।
महाविघालय अपने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ के परिसर जामà¥à¤² में सतà¥à¤° 2011-12 से संचालित है । सतà¥à¤° 2017-18 से डी.à¤à¤².à¤à¤¡ पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• शिकà¥à¤·à¤¾ परिषद से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो गयी है तथा इसी सतà¥à¤° से पी.जी.डी.सी.ठà¤à¤µà¤‚ डी.सी.ठकी समà¥à¤¬à¤‚धता विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से अपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ है | नये शैकà¥à¤·à¤¿à¤£à¤• सतà¥à¤° से महाविघालय में औधोगिक कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की मांगों के अनà¥à¤°à¥‚प नवीन पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संचालित करने की योजना है ।
हम वादा करते हैं कि हम उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ को बनाठरखने का हर संà¤à¤µ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करेंगे ।
- डॉ. जी à¤à¤¸ तिवारी